जब सुबह की धूप प्यारी बांह मेरी थाम लेगी। जब सुबह की धूप प्यारी बांह मेरी थाम लेगी।
मेरे पंखों को मत बांधो बेड़ियों से तुम, उड़ने की चाहत है मेरी उड़ान भरने दो तुम । मेरे पंखों को मत बांधो बेड़ियों से तुम, उड़ने की चाहत है मेरी उड़ान भरने दो ...
कुछ इस तरह तुम अपनी प्रीत की रीत निभाना ! कुछ इस तरह तुम अपनी प्रीत की रीत निभाना !
जो तुम प्यार जताते हो हमें फ़रेबी नज़र आते हो। जो तुम प्यार जताते हो हमें फ़रेबी नज़र आते हो।
जब धरती व्याकुल हो जाए जब नदियाँ तप कर खो जाए जब धरती व्याकुल हो जाए जब नदियाँ तप कर खो जाए
पर आज़ाद कहां हूँ पर आज़ाद कहां हूँ